Hello friends, Shri Krishna is a man who has shown the world a successful and right path for Hinduism. Shri Krishna has spent his entire life in the welfare of society, he has destroyed many evil and sinners in his life. Shri Krishna started showing miracles and Leela as soon as he was born.
Shri Krishna played a very important role in the Mahabharata, Shri Krishna conquered religion in a huge war like Mahabharata and explained the importance of religion and karma to Arjuna as well as to the whole world through Gita preaching.
Shri Krishna has said millions of good things in his whole life which is very important for all of us to understand, these are the things that if we understand then our life will be very happy. Today in this article, I will provide you Shri Krishna Quotes in Hindi, which by reading you will be able to see the world with a different view.
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Shri Krishna Quotes in Hindi

1- किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है कि अपना काम करें, भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े
2- इच्छाओं का त्याग करना ही, खुशी का सबसे बड़ा कारण है।

3- इस भौतिक संसार का यह नियम है जो वस्तु उत्पन्न होती है, कुछ काल तक रहती है अंत में लुप्त हो जाती है चाहे वे शरीर हो, फल हो
4- निर्माण केवल पहले से मौजूद चीजों का प्रक्षेपण है।

5- वो द्रौपदी थी उसके पांच सामर्थवान पति थे फिर भी तुम प्रकट हुए और उसे बचाया अब असहायों पे यू अत्त्याचार हो रहा कहा हो भगवन।
6- अमीर बनने के लिए एक एक क्षण संग्रह करना पड़ता है, किन्तु अमर बनने के लिए एक एक कण बांटना पड़ता है।

7- हर व्यक्ति का विश्वास उसकी प्रकृति के अनुसार होता है.
8- कर्म का फल व्यक्ति को उसी तरह ढूंढ लेता है, जैसे कोई बछड़ा सैकड़ों गायों के बीच अपनी मां को ढूंढ लेता है।

9- कर्म योग वास्तव में एक परम रहस्य है.
10- जो व्यक्ति अपने कर्म से विमुख हो जाता है, उसका भगवान भी आदर नहीं करते है

11- पुरे ब्रम्हाण्ड में जुबान ही एक ऐसी चीज हैं जहाँ पर जहर और अमृत एक साथ रहते हैं
12- सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है, ना ही कहीं और है

13- कर्म का धर्म से अधिक महत्व है क्योंकि धर्म करके भगवान से माँगना पड़ता है पर कर्म करने पर भगवान स्वयं फल देता है।
14- यदि प्रेम जल है, तो मन इसकी मटकी है

15- कृष्ण कहते हैं, अहंकार मत कर किसी को कुछ भी देकर, क्या पता – तू दे रहा है या पिछले जन्म का कर्जा चुका रहा है।
16- अपने अनिवार्य काम करो, क्योंकि वास्तव में कार्य करना निष्क्रियता से बेहतर हैं

17- जिंदगी की इस रण मैं खुद ही कृष्ण ओर खुद ही अर्जुन बनना पड़ता है रोज आपना ही सारथी बन कर जीवन की महाभारत को लड़ना पड़ता है
18- नर्क के तीन द्वार है, वासना, क्रोध और लालच

19- इंसान कर्म करने में मनमानी कर सकता है। लेकिन फल मांगने में नहीं।
20- जब मनुष्य अपने कर्मो में आनंद खोज लेता है, तब वह पूर्णता प्राप्त करते है